
LIC Tata Steel Stake: स्टॉक मार्केट की दुनिया में एक सधी हुई हलचल ने आज निवेशकों का ध्यान खींचा, और वह है टाटा ग्रुप की स्टील कंपनी में LIC की लगातार हिस्सेदारी बढ़ाना. गुरुवार को कंपनी का स्टॉक निवेशकों की रडार पर रहा, और इसकी वजह थी कंपनी के शानदार क्वार्टर रिजल्ट्स, जिसने मुनाफे के आंकड़े में जोरदार छलांग लगाई है. हालांकि ट्रेडिंग की शुरुआत में स्टॉक में तेज़ी देखी गई, लेकिन जल्द ही यह लाल निशान पर फिसल गया. इसके बावजूद यह अपने 52 हफ्ते के हाई (₹170.18) के बेहद करीब बना हुआ है.
LIC Tata Steel Stake
जब मुनाफा छलांग मार गया – 116% की ग्रोथ (LIC Tata Steel Stake)
कंपनी ने जून 2025 की तिमाही में जबरदस्त प्रदर्शन किया है. नेट प्रॉफिट 116% की बढ़त के साथ ₹2,078 करोड़ पहुंच गया, जो एक साल पहले इसी तिमाही में ₹960 करोड़ था.
हालांकि रेवेन्यू के मोर्चे पर हल्की गिरावट दिखी है. कंपनी का ऑपरेशनल रेवेन्यू इस तिमाही में ₹53,178 करोड़ रहा, जो पिछले साल की समान अवधि के ₹54,771 करोड़ से करीब 3% कम है.
अगर मार्च 2025 तिमाही से तुलना करें, तो कंपनी का नेट प्रॉफिट ₹1,301 करोड़ से 60% की छलांग लगाकर ऊपर गया, जबकि रेवेन्यू में 5.4% की गिरावट दर्ज हुई है.
EBITDA और ऑपरेशनल मजबूती
कंपनी का EBITDA भी दमदार रहा. पिछली तिमाही से तुलना करें तो EBITDA 11% और पिछले साल से 10% ज़्यादा रहा. इसके पीछे कंपनी की रणनीतिक फैसले और प्रबंधन की योजना का हाथ बताया गया है.
₹84,835 करोड़ रुपये के नेट डेब्ट के बावजूद, टाटा स्टील की बैलेंस शीट में दम बना हुआ है, क्योंकि उनके पास ₹43,578 करोड़ की लिक्विडिटी है, जिसमें ₹14,118 करोड़ नकद और समकक्ष शामिल हैं.
भारत में प्रदर्शन और स्टील मार्जिन (LIC Tata Steel Stake)
भारत में टाटा स्टील ने ₹31,137 करोड़ का रेवेन्यू और ₹7,486 करोड़ का EBITDA दर्ज किया. यह 24% का प्रॉफिट मार्जिन है, जो किसी भी स्टील कंपनी के लिए शानदार माना जाता है.
प्रति टन लाभ की बात करें तो पिछली तिमाही से ₹2,510 की बढ़ोतरी हुई है, और अब यह ₹15,760 प्रति टन हो चुका है. हालांकि, कंपनी ने 5.24 मिलियन टन का प्रोडक्शन किया, लेकिन केवल 4.75 मिलियन टन की सप्लाई हो पाई. इसका कारण था — जमशेदपुर और नीलाचल प्लांट में रखरखाव के चलते रुकावट.
कंपनी को भरोसा है कि आने वाले महीनों में ऑपरेशन दोबारा सामान्य हो जाएगा.
LIC का स्टॉक में बढ़ता विश्वास (LIC Tata Steel Stake)
एलआईसी की निवेश रणनीति पर अगर नज़र डालें, तो इसमें टाटा स्टील को लेकर एक स्पष्ट रुख देखा जा सकता है.
- दिसंबर 2024: हिस्सेदारी – 7.56%
- मार्च 2025: बढ़कर – 7.81%
- जून 2025: और भी ऊपर – 7.96%
इस डेटा से साफ है कि LIC लगातार स्टॉक को खरीद रहा है, जो बड़े निवेशकों के भरोसे का संकेत है.
ब्रोकरेज फर्म का बुलिश रुख (LIC Tata Steel Stake)
ब्रोकरेज फर्म जेफरीज ने टाटा स्टील के लिए पॉज़िटिव आउटलुक जारी किया है. उनका मानना है कि यह स्टॉक आने वाले समय में अच्छा रिटर्न दे सकता है.
उन्होंने इसका टारगेट प्राइस ₹200 रखा है. साथ ही ये अनुमान भी लगाया है कि कंपनी की प्रति शेयर आय (EPS) FY26 में ₹10.6 और FY27 में ₹15.0 तक जा सकती है. ये अनुमान इस बात की पुष्टि करते हैं कि कंपनी की कमाई में तेज़ी से ग्रोथ हो रही है.
क्या यह स्टील नहीं, ‘सुनहरा अवसर’ है? (LIC Tata Steel Stake)
जब एक तरफ कंपनी का प्रॉफिट 100% से ज़्यादा उछले, LIC जैसे निवेशक उसमें लगातार हिस्सेदारी बढ़ाएं, और ब्रोकरेज फर्म उसका टारगेट बढ़ाकर रखें — तो यह सिर्फ स्टील कंपनी की बात नहीं रह जाती, यह एक संभावित गोल्डन इन्वेस्टमेंट विंडो बन जाती है.