
डीऍफ़ओ कार्यालय में बनाया लाइब्रेरी, एनसीआरटी सहित प्रतियोगी पुस्तको का है यहाँ भण्डार
वन विभाग के कर्मचारियों सहित अन्य विद्यार्थी भी ले सकते है लाइब्रेरी का लाभ
डीऍफ़ओ शशिकुमार की अनोखी पहल की वन विभाग सहित चहुओर हो रही है भूरी-भूरी प्रशंसा
शैलेश आनंद सोजवाल
रायपुर| “जहा चाह वही राह” की कहावत को चरितार्थ करता है दुर्ग वन मंडल के वन मंडलाधिकारी शशि कुमार के अनोखे कार्य जिन्होंने विद्यार्थियों में शिक्षा की अलख जगाने अपने ही कार्यालय में एनसीआरटी सहित प्रतियोगी पुस्तको से लबरेज लाइब्रेरी का निर्माण कर दिया है, इस अनोखी पहल को लेकर जब देश का प्रहरी की टीम ने लाइब्रेरी का जायजा लिया तो वहा कई छात्र-छात्राए अपनी पढाई में मग्न नजर आए प्राकृतिक सौन्दर्य व घने जंगलो के बीच वन मंडलाधिकारी कार्यालय की लाइब्रेरी की रौनक देखते ही बनती है|
दुर्ग वन मंडल के वन मंडलाधिकारी कार्यालय में लाइब्रेरी बनाने की जानकारी मिलने पर देश का प्रहरी की टीम भी लाइब्रेरी का मुआयना किया जिसमे सुसज्जित पुस्तके, बैठक की उत्तम व्यवस्था, पानी की सुविधा उपलब्ध थी, लाइब्रेरी की स्थापना दुर्ग वन मंडल के वन मंडलाधिकारी शशि कुमार ने विगत एक माह पूर्व ही कराया है जिसमे वन विभाग के कर्मचारियों के साथ ही अन्य छात्र-छात्राए भी एनसीआरटी सहित प्रतियोगी पुस्तको से अध्ययन कर सकते है|
विभाग के कर्मचारियों ने बताया कि लाइब्रेरी 12 घंटो के लिए खुलता है जिसमे प्रत्येक छात्र अपनी रूचि के अनुसार पुस्तकों का अध्ययन कर सकते है| दुर्ग डीऍफ़ओ की इस अनोखी पहल से छात्र-छात्राओ में हर्ष व्याप्त है वही विभाग के कर्मचारी भी बेहद उत्साहित है इसका कारण जानने पर उन्होंने बताया कि वन विभाग के कर्मचारियों के प्रतिभावान बच्चो को कई कारणों से उच्च कोटि के पुस्तके खरीदकर पढने में दिक्कते होती थी लेकिन लाइब्रेरी की स्थापना होने से वही पुस्तके उन्हें आसानी से उपलब्ध हो रही है जिसके चलते छात्र-छात्राओ को असुविधा का सामना नहीं करना पड़ रहा है|