
खैरागढ़. खैरागढ़ नगर पालिका क्षेत्र के गोकुल नगर टिकरापारा में वर्षों पुराना मोती नाला पुल अब जानलेवा स्थिति में पहुंच गया है. पुल का एक बड़ा हिस्सा टूट चुका है, जिससे कभी भी बड़ा हादसा होने की आशंका बढ़ गई है. स्थानीय निवासियों ने इस समस्या को लेकर तहसीलदार खैरागढ़ को ज्ञापन सौंपकर तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है.
स्थानीय निवासी राजू यादव ने बताया कि टिकरापारा क्षेत्र पहले से बाढ़ प्रभावित इलाका है. ऐसे में पुल के आगे नाले को अवैध रूप से खोदकर उसकी दिशा बदल दी गई है, जिसके बाद वहां अवैध प्लाटिंग कर दी गई.
राजू यादव का आरोप है कि किसी रसूखदार व्यक्ति ने यह अवैध प्लाटिंग करवाई है, जो पूरी तरह असंवैधानिक है. इससे क्षेत्र में जलभराव और पुल की स्थिति और भी खतरनाक हो गई है.उन्होंने कहा कि “हमने आज तहसीलदार साहब को इसकी शिकायत की है. हमारी मांग है कि नाले की दिशा को पहले की स्थिति में वापस लाया जाए और पुल का निर्माण कार्य अभी शुरू नहीं हो पा रहा है, तो कम से कम उसकी मरम्मत कराई जाए ताकि कोई अप्रिय घटना न हो.”
गौरतलब है कि इस पुल से प्रतिदिन स्कूली बच्चों की बसें, ट्रक और दोपहिया-चारपहिया वाहन गुजरते हैं. पुल की खस्ताहाली के कारण अब तक कई छोटे-बड़े हादसे हो चुके हैं, जिनमें ट्रक पलटने की घटना भी शामिल है. क्षेत्र के देवरी, सिंगारघाट, सुतिया, कुसियारी, अकरजन और टिकरापारा समेत अन्य क्षेत्रों के हजारों लोग इस पुल से रोजाना आवाजाही करते हैं. राज्य सरकार ने इस स्थान पर उच्चस्तरीय पुल निर्माण की स्वीकृति पहले ही दे दी है, लेकिन निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका है, जिससे लोगों में नाराजगी बढ़ रही है,क्षेत्रवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि जनहित में जल्द से जल्द पुल की मरम्मत कराई जाए और नाले की दिशा को पुनः सही किया जाए ताकि बाढ़ और हादसों की आशंका को रोका जा सके.